नयी दिल्ली: भारत को अगले दो दशक में लगभग 2,210 नए विमानों की जरूरत पड़ेगी। बोइंग ने मंगलवार को कहा कि इनमें से 1,983 विमान एकल-गलियारे वाले विमान होंगे। बोइंग का अनुमान है कि देश में 2041 तक सालाना आधार पर घरेलू हवाई यातायात सात प्रतिशत की दर से बढ़ेगा।
भारत के लिए अपने 2022 वाणिज्यिक बाजार परिदृश्य (सीएमओ) का अनावरण करते हुए बोइंग ने कहा कि देश का हवाई यातायात पुनरुद्धार से वृद्धि की राह पर है। इसमें घरेलू हवाई यातायात का बड़ा योगदान है जो महामारी-पूर्व के 98 प्रतिशत पर पहुंच चुका है।
घरेलू बाजार में इस दशक के अंत तक दोगुना जाएगा। बोइंग ने बयान में कहा, ‘‘भारतीय एयरलाइन कंपनियां की 2023 की पहली छमाही में आपूर्ति में सात प्रतिशत की और वृद्धि होगी। घरेलू मार्गों पर तेज वृद्धि के चलते बोइंग का अनुमान है कि देश में 90 प्रतिशत नए विमानों की आपूर्ति छोटे एकल गलियारे वाले विमानों की होगी।’’