
नई दिल्ली: देश में इस वक्त कोरोना वायरस के 5 वैक्सीन अपने प्रोसेस के आखिरी दौर में हैं. इनमें से दो वैक्सीन के फरवरी 2021 तक मिलने की संभावना है. इस बीच भारत में ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन पर काम कर रही सीरम इंस्टिट्यूट ने बताया कि AstraZeneca कोरोना वायरस से बचाव में 90% असरदार रही है.
ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका ने बयान जारी कर बताया कि यूके और ब्राजील में किए गए परीक्षणों में वैक्सीन (AZD1222) खासी असरदार पाई गई. आधी डोज में दिए जाने पर वैक्सीन 90% तक इफेक्टिव मिली. इसके बाद दूसरे महीने में फुल डोज दिए जाने पर 62% असरदार देखी गई.
इसके एक महीने बाद फिर दो फुल डोज में वैक्सीन का असर 70% देखा गया. ये वैक्सीन पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रहा है. भारत में यह वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ नाम से उपलब्ध होगी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानें तो दुनियाभर में भारत समेत 212 जगहों पर वैक्सीन तैयार की जा रही है. इन 212 में 164 वैक्सीन अभी प्री-क्लीनिकल स्टेज में है. अच्छी बात यह है कि 11 वैक्सीन अंतिम फेज के ट्रायल्स में हैं. इनमें फाइजर-बायोएनटेक और अमेरिका की फार्मास्यूटिकल कंपनी मॉडर्ना ने अपने कोविड- 19 वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के नतीजे जारी किए हैं.
मॉडर्ना वैक्सीन को 94.5% और फाइजर-बायोएनटैक को 95% प्रतिशत प्रभावी पाया है. जल्द ही यह कंपनियां अप्रूवल के लिए आवेदन करने वाली है, जिससे इसी साल के अंत तक इनका प्रोडक्शन शुरू होगा और जल्द से जल्द हम तक पहुंचने की प्रक्रिया शुरू होगी.