
नई दिल्ली: मुंबई की एक ट्रैवल एजेंसी ने एक विज्ञापन निकाला जो वायरल हो गया. कंपनी ने एक टूर पैकेज का दावा किया, जिसमें अमेरिका में कोविड वैक्सीन लगवाना भी शामिल किया गया. लेकिन जब इस विज्ञापन पर चर्चा शुरू हुई और विवाद हुआ तो कंपनी ने सफाई जारी है.
कंपनी की ओर से विज्ञापन दिया गया कि अमेरिका में बनी कोविड वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्ति बनें, 11 दिसंबर से अमेरिका में वैक्सीन लगना शुरू हो सकती है. ऐसे में कुछ वीआईपी क्लाइंट्स को ये सुविधा मिल सकती है, वैक्सीन के साथ अमेरिका में तीन रात, चार दिन का स्टे भी मिलेगा’.
विज्ञापन कंपनी की ओर से इस पैकेज की कीमत करीब 1.75 लाख बताई गई. हालांकि, जब विवाद शुरू हुआ तो कंपनी ने सफाई देते हुए कहा कि अभी सिर्फ रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है, वैक्सीन का डोज लगने की तारीख तय नहीं है.
बाद में कंपनी ने अपने नए विज्ञापन में अमेरिका में वैक्सीन वितरण की प्रक्रिया को समझाया, जिसमें पहले हेल्थ वर्कर, उसके बाद बीमार व्यक्ति, बुजुर्ग को प्राथमिकता दी जा रही है. सबसे अंत में अस्पतालों में बिक्री के तौर पर डोज मिल जाएगी.
कंपनी ने सफाई देते हुए कहा कि हमारे पास वैक्सीन नहीं है, हम अमेरिका के नियमों के हिसाब से ही वैक्सीन देंगे. कंपनी ने ये भी कहा कि हम अभी किसी से पैसा नहीं ले रहे हैं, सिर्फ रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है. लेकिन हमारे विज्ञापन को गलत तरीके से लिया गया.
ट्रैवल इंडस्ट्री की ओर से भी इस तरह के विज्ञापन पर अच्छी प्रतिक्रिया नहीं आई. सायरस ट्रैवल के मालिक राजेश रतेरिया के मुताबिक, अभी किसी को पता नहीं है कि कितने वक्त में कितनी डोज जरूरी हैं, ऐसे में तीन रात-चार दिन के पैकैज का क्या मतलब है? ये पूरी तरह गलत है. इनके अलावा मेडिकल एक्सपर्ट्स ने भी कहा कि इस तरह निश्चित दिनों के पैकेज में किसी को वैक्सीन देना मुमकिन नहीं है.