भारत और अमेरिका के बाद अब ऑस्ट्रेलिया में भी टिक टॉक का विरोध तेज
देश के कई सांसद कर रहे टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव

नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बाद अब आस्ट्रेलिया में भी टिकटॉक का विरोध तेज हो गया है। देश के कई सांसद टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव कर रहे हैं। इन सांसदों को भी डर है कि चीन सरकार इस एप का इस्तेमाल यूजर्स का डाटा इकट्ठा करने के लिए कर रही है और उसके साथ छेड़छाड़ कर सकती है।
देश की लिबरल पार्टी के सीनेटर जिम मोलान ने कहा कि चीन सरकार टिक टॉक का बुरी तरह से दुरुपयोग कर रही है। इस पर जल्द से जल्द बैन लगा देना चाहिए। उनके साथ ही लेबर पार्टी के सीनेटर जेनी मैक्लिस्टर ने मांग करते हुए कहाकि टिक टॉक के प्रतिनिधियों को संसद में बुलाकर उनसे सवाल जवाब किये जाने चाहिए।
टिक टॉक की कंपनी बाइटडांस लगातार यह दावा कर रही है कि उसका डाटा अमेरिका और सिंगापुर स्थित सर्वरों में एकत्रित किया जाता है। चीन इसका दुरुपयोग नहीं कर सकता है। इसके बावजूद आस्ट्रेलिया में इस एप पर बैन लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई हैं।