राष्ट्रीय सुरक्षा कानून अमल में आते ही हांगकांग में एक प्रदर्शनकारी की गिरफ्तारी
बीजिंग ने विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू कर दिया

बीजिंग: बीजिंग ने विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू कर दिया। इस कानून के अमल में आते ही एक स्वतंत्र हांगकांग चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अधीन परतंत्र हो गया। कानून अस्तित्व में आने के बाद ब्रिटिश उपनिवेश की 23वीं वर्षगांठ के मौके पर हांगकांग में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने वार्षिक रैली में हिस्सा लिया।
वहीँ हांगकांग में एक प्रदर्शनकारी की गिरफ्तारी की गई है। हांगकांग पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धमकी दी और सख्त सजा की चेतावनी भी दी। इस कानून के तहत पहली गिरफ्तारी की गई।
प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धमकी दी
प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस का तेवर सख्त था। पुलिस ने जिसने पहले से रैली पर प्रतिबंध लगा रखा है, उसने पहली बार प्रदर्शनकारियों को नए कानून का हवाला दिया। उन्होंने स्वतंत्रता की वकालत करने वाले एक व्यक्ति की गिरफ्तार भी किया। प्रदर्शनकारियों को रोक रही पुलिस के हाथ में एक बैंगनी रंग का बैनर भी था। उस पोस्टर पर लिखा था कि आप लोग झंडे या बैनर में जो नारे लिखें हैं या नारे लगा रहे हैं यह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत अपराध है। बीजिंग और हांगकांग के अधिकारियों ने दोहराया है कि कानून कुछ संकटमोचनों के उद्देश्य से है और यह अधिकारों और स्वतंत्रता को प्रभावित नहीं करेगा, न ही निवेशक हितों को।
लैम ने कहा, हांगकांग की स्थिरता के लिए यह अपरिहार्य था
हांगकांग में बीजिंग समर्थित नेता कैरी लैम ने सौंपने की 23वीं सालगिरह के मौके पर एक झंडारोहण कार्यक्रम में कहा कि चीनी शासन की वापसी के बाद यह कानून सबसे अहम है। हांगकांग की स्थिरता के लिए यह अपरिहार्य था। इसकी तत्काल जरूरत महसूस की जा रही थी। लैम ने कहा कि यह वही बंदरगाह है, जहां 23 वर्ष पूर्व ब्रिटिश ने हांगकांग को चीन को वापस किया था। हांगकांग ब्रिटेन का अंतिम उपनिवेश था।