
पटना. कोरोना संक्रमण का प्रसार तेजी से पूरे देश में हो रहा है। ऐसे में बिहार की राजधानी पटना में भी रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। पटना में कोरोना के बढते आंकड़ों को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। बुधवार को रिकॉर्ड 235 नए मरीज मिले हैं। इसके बाद पटना में फिर से लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी गई है। पटना डीएम ने बुधवार को यह निर्णय लिया है। इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। अब यहां 16 जुलाई तक कंप्लीट लाकडाउन रहेगा। केवल आवश्यक सेवाएं ही बहाल रहेंगी।
गौरतलब है कि कोरोना के प्रसार के चलते पटना में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है। इसे देखते हुए पटना डीएम कुमार रवि ने यह निर्णय लिया है्र। पटना में सात दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी गई है।
यह शुक्रवार से लागू होगा और 16 जुलाई तक रहेगा। डीएम के साथ बैठक में पटना के सिविल सर्जन समेत कई वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके तहत शुक्रवार से व्यावसायिक प्रतिष्ठान और सरकारी दफ्तरों को बंद किया जाएगा।
अति आवश्यक सेवाएं बहाल रहेंगी
अति आवश्यक सेवाएं बहाल रहेंगी। पहले की तरह दिन भर सब्जी दुकानें नहीं खुलेंगी। वाहन चेकिंग जिले के बॉर्डर वाले इलाके में तेज होगी। एसडीओ को फाइन करने का आदेश दिया गया है। उधर, बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने भी बिहार के जिलों में लॉकडाउन को लेकर दिए गए आदेश की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। समस्या को देखते हुए जिलों के डीएम को फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया है। डीएम बढ़ते मामलों का आकलन करने के बाद लॉकडाउन का फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होंगे।
वहीं पटना स्थित सचिवालय के सभी कार्यालयों में आम आदमी की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई। इसमें यह निर्णय लिया गया है।