अम्बिकापुर में बड़ी वारदात, कट्टे की नोंक पर शराब दुकान के कर्मचारी से लाखों की लूट
आचार संहिता लगते ही प्रशासन व पुलिस की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त

रोशन सोनी
अंबिकापुर। अम्बिकापुर में लगातार लूट का एक के बाद एक मामला सामने आ रहा है। अभी हाल ही आचार संहिता लागू हुई है और एक लूट का मामला सामने आ गया।
देखा जाए तो आचार संहिता लगते ही प्रशासन व पुलिस की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हो जाती है।
लेकिन अम्बिकापुर में रविवार की देर रात 3 युवकों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है।
अम्बिकापुर गाड़ाघाट स्थित सरकारी शराब दुकान आचार संहिता मोबाइल घटनास्थल
अम्बिकापुर खैरबार के गाड़ाघाट स्थित सरकारी शराब दुकान का कर्मचारी बैग में 4 लाख 85 हजार रुपए लेकर जा रहा था।
तभी इस दौरान झाडिय़ों में छिपकर बैठे 3 युवकों ने उस पर कट्टा सटा दिया और मारपीट कर रुपयों से भरा बैग,बाइक, मोबाइल व उसका पर्स लेकर फरार हो गए।
लोगों में इसकी जानकारी मिलते ही सनसनी मच गयीं। इसकी सूचना के बाद पुलिस लुटेरों की खोजबीन में जुट गई है।वहीं अम्बिकापुर शहर के गाड़ाघाट में सरकारी शराब दुकान संचालित है।
दुकान का कर्मचारी विक्रम प्रताप सिंह 30 वर्ष दिनभर में हुई बिक्री का 4 लाख 85 हजार रुपए बैग में लेकर रविवार की रात 11.30 बजे दुकान से निकला था। वह रुपए जमा करने शिकारी रोड स्थित मेन ऑफिस में जा रहा था।
जब वह शराब दुकान से लगभग 100 मीटर दूर बाइक से पहुंचा तभी वहीं झाडिय़ों में छिपकर बैठे 3 युवकों ने उसे रोक लिया और उसके सिर पर कट्टा अड़ा दिया
ऐसे में कर्मचारी कुछ कर पाता, इससे पहले ही युवकों ने उससे मारपीट शुरु कर दी और रुपयों से भरा बैग, बाइक, मोबाइल व उसका पर्स लूटकर फरार हो गए।
इसके बाद युवक चिल्लाते हुए वापस शराब दुकान में पहुंचा और अन्य कर्मचारियों को पूरी घटना बताई। इसके बाद वे डंडे लेकर वहां पहुंचे लेकिन लुटेरे वहां से जा चुके थे।
वारदात की मिली जानकारी के बाद शराब दुकान के पास एक संदिग्ध व्यक्ति घूम रहा था। उसे कर्मचारियों ने पकड़ लिया और कोतवाली पुलिस को लूट सहित इसकी सूचना दी।
सूचना मिलते ही सीएसपी आर.एन यादव व कोतवाली टी.आई सहित अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों द्वारा पकड़े गए युवक को हिरासत में लिया है।
इसके बाद कोतवाली पुलिस सुबह 6 बजे घटनास्थल पर जांच करने पहुंची। घटनास्थल से पुलिस को कुछ खास हाथ नहीं लगा है। पुलिस शराब दुकान के कर्मचारी की शिकायत पर मामले की विवेचना में जुट गई है।
अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर की तैयारी भी चल रही है।
आचार संहिता में हुआ है वारदात ?>
विधानसभा चुनाव को देखते हुए आदर्श आचार संहिता भी 6 अक्टूबर से लागू हो गई है। ऐसे में प्रशासन व पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हो जाती है, लेकिन जिस ढंग से लुटेरों ने शहर में लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया,उससे कहीं नहीं लगता कि आरोपियों के मन में पुलिस का तनिक भी भय है।