
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वर्तमान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सलाहकार नेता दिल्ली के पत्रकारों से अपनी दिल की बात एक रू-ब-रू चर्चा में की। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से ईडी का उपयोग केंद्र सरकार घर भेज कर जांच की कार्रवाई और पूछताछ करती है वह पूरी तरीके से बदले की भावना से ओतप्रोत है तथा गैर कानूनी है।
इस कड़ी में हमारे नेता प्रिंयका गांधी को मकान खाली करने की नोटिस दी गई है वह भी भाजपा का चरित्र उजागर करता है। इसी तरह भाजपा के चंद नेताओं ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के कई नेताओं को अपने संबंधों के आधार एवं किसी छुपी हुई घटना को डराने के हिसाब से बताकर छत्तीसगढ़ राज्य में भी अन्य प्रदेशों के जैसा असंतुष्ट गतिविधियों पर अपना कब्जा जमाकर कांग्रेस पार्टी में उथल-पुथल मचाने की चर्चा जोरों पर है। और लगातार कोशिश की जा रही है।
चर्चा है कि राज्य के सरकार में ही शामिल एक नेता जिसे मुख्यमंत्री ने सहयोग देकर लाइम लाइट में लाया है, वह इस अभियान को रायपुर से लेकर दिल्ली तक आगे बढ़ा रहा है। इतना ही नहीं इस बड़े नेता के सिर पर एक और बड़े नेता का भी हाथ होने की अटकलें है जो सरकार के खिलाफ इस मुहिम को हवा दे रहे हैं।
दरअसल पार्टी के भीतर एक वर्ग मुख्यमंत्री के काम काज के तरीके से एवं लोकप्रियता से घबराहट में है। आए दिन यह वर्ग हाईकमान को सरकार के खिलाफ शिकायत कर रहा है। कांग्रेस के कुछ नेताओं एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का इस मामले में यह भी कहना है कि यह सब कुछ केन्द्र सरकार और भाजपा की शह पर हो रहा है।
केन्द्र की सरकार कांग्रेस सरकारों को अस्थिर कर विधायकों को तोडऩे के मुहिम में लगी हुई है। इसके लिए वह राज्य के मुख्यमंत्रियों के पीछे ईडी और इंकम टैक्स जैसी एंजसियों को भी लगा रखी है। अन्य राज्यों में भी कुछ नेता जो अपनी ही सरकार को बदनाम और अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें भाजपा के नेता ही उकसा रहे हैं।