
जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के खिलाफ हर मंच पर मोर्चा खोल दिया है. गहलोत ने उन्हें नकारा-निकम्मा तक कहा. उन्होंने यह भी कहा कि पायलट ने 18 माह तक कोई काम नहीं किया. बल्कि वे विधायकों को लड़ाते रहे. उनके इस बयान पर सचिन पायलट का जवाब आया है.
सचिन पायलट ने कहा है कि गहलोत उनकी छवि खराब करने की कोशिश की कर रहे है. वे उनके आरोपों से दुखी है, लेकिन हैरान नहीं. उन्होंने एक विधायक कृष्णा पुनिया के आरोप पर भी आपत्ति करते हुए कहा कि वे आरोप लगाने वाले विधायकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.
पायलट ने कहा कि मुझे यकीन है कि मेरी छवि पर इस तरह के और भी संगीन आरोप लगाए जाएंगे, लेकिन मैं अपने विश्वास में दृढ़ रहूंगा. पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सभी आरोपों को निराधार बताया.
सचिन पायलट नाकारा
उधर जब हाईकोर्ट में दोनों पक्षों के बीच बहस जारी थी तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी. गहलोत ने कहा था कि सचिन पायलट ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, उन्हें काफी कम उम्र में बहुत कुछ मिल गया था. उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि सचिन पायलट नाकारा थे.
अशोक गहलोत ने कहा था ‘हमने कभी सचिन पायलट पर सवाल नहीं किया. 7 साल के अंदर एक राजस्थान ही ऐसा राज्य है जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं की गई. हम जानते थे कि वो निकम्मे थे, नाकारा थे लेकिन मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मुख्यमंत्री बनकर आया हूं.
हम नहीं चाहते हैं कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है.’ फ़िलहाल दोनों नेताओं के बीच छिड़े विवाद से अब कांग्रेस आलाकमान भी किनारा करता नजर आ रहा है.
माना जा रहा है कि एक ओर जहाँ गहलोत चुप बैठने को तैयार नहीं है तो वही सचिन भी पायलट के साथ सरकारी कुर्सी में बैठने को राजी नहीं. देर सबेर मामले का निपटारा फ्लोर पर होना तय माना जा रहा है.