भारत समेत दुनियाभर में कोरोना गाइडलाइंस के साथ मनाया जा रहा क्रिसमस
महामारी के प्रकोप के बीच श्रद्धालुओं का उत्साह बना हुआ

नई दिल्ली: देश भर में आज क्रिसमस की धूम है. कोरोना गाइलाइन के चलते इस बार चर्च में लोगों की कम भीड़ दिखाई दे रही है. हालांकि फिर भी गुरुवार देर रात से ही लोग बड़ी संख्या में चर्च पहुंच रहे हैं.
कोलकाता के पार्क स्ट्रीट पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए. यही नहीं दिल्ली समेत हर शहर के चर्च को सजाया गया है. कोलकाता का प्रतिष्ठित सेंट पॉल कैथेड्रल को हर साल की तरह आधी रात के बाद जनता के लिए बंद कर दिया गया.
यह स्थल आमतौर पर क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं. यहां पर बैनर के जरिए कोरोना की वजह लगे प्रतिबंधों के बारे में जानकारी दी जा रही है तो अतिरिक्त पुलिस की भी तैनाती की गई है.
पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी क्रिसमस के अवसर पर कोलकाता के एक चर्च का दौरा किया तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आर्क बिशप के घर जाकर क्रिसमस की बधाई दी. हालांकि कोरोना को देखते हुए इस बार क्रिसमस पर चर्च पर बड़े स्तर पर प्रार्थना सभा के आयोजन पर रोक लगा दी गई है.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन क्रिसमस के अवसर पर आर्क बिशप फादर फेलिक्स टोप्पो के यहां गए और क्रिसमस की बधाई दी. साथ में केक भी काटा. राष्ट्रीय राजधानी में क्रिसमस के अवसर पर इस बार दिल्ली का सबसे बड़ा चर्च पहली बार बंद रहेगा. गुरुवार और शुक्रवार को चर्च बंद रहेंगे. हालांकि, चर्च की सजावट की गई है, लेकिन इसके अंदर प्रवेश की इजाजत नहीं है.
वायरस संक्रमण के चलते श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक है. सिर्फ चर्च के सदस्य प्रार्थना कर सकेंगे, जिसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है. चर्च के पदाधिकारियों का दावा है कि क्रिसमस पर हर साल दो लाख से अधिक श्रद्धालु आते थे, लेकिन इस बार बंद रखने का फैसला लिया गया.
सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल गिरजाघर के पादरी लारेंस के मुताबिक, कोरोना संक्रमण के चलते पहली बार चर्च को बंद करने का फैसला लिया गया. साथ ही इस बार किसी भी वीवीआइपी को निमंत्रण नहीं भेजा गया है. प्रवेश द्वार पर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए दिल्ली पुलिस से मदद मांगी गई है. इसी तरह गुजरात में क्रिसमस पर लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी गई है. महाराष्ट्र में चर्च के अंदर महज 50 लोग ही प्रार्थना कर सकेंगे. साथ ही मास्क और सेनेटाइजर का इस्तेमाल जरूरी होगा.