अंटार्कटिका पहुंचा कोरोना, रिसर्च सेंटर के लोगों में वायरस की पुष्टि
चिली के एक रिसर्च सेंटर के 36 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि

अंटार्कटिका: अंटार्कटिका महाद्वीप में पहली बार कोरोना वायरस संक्रमण का मामला उजागर हुआ है. चिली रिसर्च सेंटर में चीली सेना के 26 जवान और 10 कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. कोरोना वायरस का प्रकोप 21 दिसंबर को जनरल बरनार्डो रेक्यूलम रिसर्च बेस में फैला.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां चिली के एक रिसर्च सेंटर के 36 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. सोमवार को अंटार्कटिका में चिली के रिसर्च सेंटर के लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई. संक्रमित लोगों में 26 सेना के हैं जबकि 10 लोग मेंटेनेंस वाले हैं. चिली की सेना ने कहा है कि उन्होंने सभी संक्रमित लोगों को वापस बुला लिया है.
अंटार्कटिका ने इससे पहले टूरिस्ट के लिए ट्रैवल बैन कर दिया था ताकि महाद्वीप कोरोना से मुक्त रह सके. वहीं, ऐसा समझा जा रहा है कि 27 नवंबर को चिली से कुछ सामान अंटार्कटिका पहुंचा था और इसी से लोग संक्रमित हो गए.
अंटार्कटिका में सामान उतारने के बाद जब जहाज से लोग वापस लौटे तो कई हफ्ते बाद कुछ क्रू मेंबर्स में वायरस पाया गया. हालांकि, चिली की सेना का कहना है कि सप्लाई भेजे जाने से पहले सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया गया था. तब सभी के रिजल्ट निगेटिव आए थे.
अंटार्कटिका में कई देशों के रिसर्च बेस हैं और कोरोना से बचाव के लिए यहां रहने वाले लोगों पर भी पाबंदियां लगाई गई हैं और उन्हें मिलने-जुलने रोक दिया गया है. इसकी वजह से साझे रिसर्च अभियान में भी दिक्कतें आ रही हैं.