निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट में कांग्रेस नेताओं के नाम, दिग्विजय सिंह ने जांच एजेंसियों पर उठाए सवाल
बोले- मेरे खिलाफ कार्रवाई होती है तो...

भोपाल। निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट में कांग्रेस नेता और अधिकारियों के नाम सामने आने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश और केंद्र की बीजेपी सरकार के साथ केंद्रीय जांच एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं। दिग्विजसिंह ने कहा है कि 2013 में एक मामला सामने आया था… जिसमें एक अधिकारी ने लेन-देन किया था, उसमें मुख्यमंत्रियों के नाम भी सामने आए थे… अब यदि निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट के बाद अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती तो उस समय के अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई होना चाहिए… मेरे खिलाफ कार्रवाई होती है तो उस समय के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ भी कार्रवाई होना चाहिए.।
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि अभी जिन अधिकारियों के नाम बताए जा रहे हैं… ये वही अधिकारी हैं जो ई-टेंडरिंग घोटाले की जांच कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार को जो जांच कराना है करवा लें… लेकिन इससे कांग्रेस कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं। कमलनाथ सरकार ई-टेंडरिंग, व्यापमं के साथ अन्य घोटालों की जांच कर रही थी। जांच के बाद बड़े लोगों पर कार्रवाई होने जा रही थी, ये देखते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराई गई थी, बीजेपी के जिम्मेदार नेता ही ये बात कह चुके हैं।
कमलनाथ सरकार के दौरान लोकसभा और विधानसभा चुनावों में काले धन के इस्तेमाल के मामले में पड़े इनकम टैक्स रेड के दस्तावेजों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के नाम सामने आने के बाद मध्य प्रदेश की सियासत में हड़कंप मच गया है। इस मामले में सफाई पेश करने के लिए शनिवार दोपहर 12 बजे एमपी कांग्रेस की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई। पीसी को दिग्विजय सिंह ने संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ जीतू पटवारी और अरुण यादव भी मौजूद रहे।