24 साल की उम्र में एलेन मैकार्थर ने नाव से लगाया दुनिया का चक्कर
उन्होंने कुछ ही दिनों में अकेले नाव से यह इतिहास रच दिया था और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था

वाशिंगटन: 24 साल की उम्र में एलेन मैकार्थर ने नाव से ना सिर्फ दुनिया का चक्कर लगाया, बल्कि ये काम बिल्कुल अकेले किया. इतना ही उन्होंने यह कारनामा सबसे कम टाइम में कर दिखाया. दरअसल, उन्होंने कुछ ही दिनों में अकेले नाव से यह इतिहास रच दिया था और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था.
28 साल की मैकार्थर को यह इतिहास बनाने में सिर्फ 71 दिन, 14 घंटे और 18 मिनट का वक्त लगा. यानी उन्होंने सिर्फ 71 दिन में अकेले पूरी दुनिया का चक्कर लगा दिया. उन्होंने अपनी इस यात्रा में 27 हजार मील की यात्रा पूरी की थी और इससे पहले बनाए गए एक रिकॉर्ड को तोड़ दिया था.
इससे पहले फ्रांस के रहने वाले जॉयन ने यह रिकॉर्ड बनाया था और जॉयन 72 दिन में यह चक्कर पूरा किया था और मैकार्थर ने पहले ही यह कर दिखाया. उन्होंने मैकार्थर से कुछ दिन पहले ही यह रिकॉर्ड बनाया था, जो कुछ दिन में ही टूट गया.
24 साल की उम्र में कर दिया था कारनामा
मैकार्थर ने इतनी कम उम्र में यह कारनामा किया. इस दौरान उन्हें व्हेल, खराब मौसम, नाव में टेक्निकल समस्याओं का सामना करना पड़ा. लेकिन, उन्होंने सभी दिक्कतों का सामना करते हुए यह कारनामा कर दिखाया. उन्होंने ना सिर्फ पूरी यात्रा का ही रिकॉर्ड नहीं बनाया, बल्कि अपने रूट में पांच जगह रिकॉर्ड बनाए.
बता दें कि मैकार्थर पहली बार 2001 में उस वक्त खबरों में आई थीं, जब उन्होंने वेंडी ग्लोब में हिस्सा लिया. इसमें पतवार वाली नाव से वर्ल्ड रेस करनी होती है, जब उन्होंने यह पूरी कर ली थी और उस वक्त वो सिर्फ 24 साल की थी. इस दौरान वो दूसरे स्थान पर रही थीं.
कौन हैं मैकार्थर?
मैकार्थर ने काफी कम उम्र में नौकायन में रुचि दिखाई थी और नौकायन करना शुरू कर दिया. उन्होंने अपनी पॉकेट मनी बचाकर खास तरह की अपनी पहली बोट खरीदी थी, जिसे Threp’ny Bit कहा जाता है. इस वक्त मैकार्थर की उम्र सिर्फ 17 थी.
अगले साल ही उन्होंने Iduna नाम की एक Corribee यॉट खरीद ली. इसके साथ उन्हें ब्रिटेन की सबसे छोटी सेलर ऑफ द ईयर का खिताब भी मिला. इसके बाद वो अपने घर से समुद्री तट के पास एक जगह शिफ्ट हो गईं ताकि वो ज्यादा से ज्यादा अनुभव प्राप्त कर सके.
इस दौरान मैकार्थर का लक्ष्य फ्रांस जाना था, जहां एक सोलो रेस में हिस्सा लिया और वो उस रेस में 17वें स्थान पर आईं. इसके बाद उन्हें किंगफिशर की ओर से स्पॉन्सरशिप मिल गई और 2002 में वो वेंडी रेस में शामिल हुईं.
वहीं, ये वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने से पहले भी उन्होंने 2004 में प्रयास किया था, लेकिन वो कुछ देर लेट हो गई थीं. इस दौरान उन्होंने 24 घंटे तक लगातार बोट चलाई थी और 501 मील का रास्ता एक बार में तय किया था.