एक अप्रैल से जिले में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को लगाई जाएगी कोविड-19 वैक्सीन
भारत शासन के निर्देशानुसार एक अप्रैल से राज्य में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोरोना वैैक्सीन लगाया जाना है।

संवाददाता :- सुमित जालान
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही :- भारत शासन के निर्देशानुसार एक अप्रैल से राज्य में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोरोना वैैक्सीन लगाया जाना है। इसके लिए अब डाॅक्टर के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नही होगी। 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गो केा पहले की तरह वैक्सीन लगती रहेगी।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में निर्देष जारी किए गए हैं कि सभी जिलों में 45 वर्ष से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित करने की व्यापक योजना बनाई जाए। भारत सरकार के अनुमान से 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति कुल जनसंख्या का 20 प्रतिशत होंगे। इस मान से राज्य में 58 लाख 66 हजार से अधिक व्यक्ति इस समूह में आते हैं और इनका टीकाकरण किया जाना है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि 1 जनवरी 2022 को जो 45 वर्ष के हो जाएंगे या इससे अधिक उम्र के सभी व्यक्ति कोरोना वैक्सीन अवश्य लगवाएं। वैक्सीन के विपरीत प्रभाव नगण्य हैं और इससे संक्रमण से सुरक्षा मिलेगी। लेकिन वैैक्सीन लगाने के बाद भी कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। पात्र नागरिक किसी भी कोविड टीकाकरण केन्द्र में कोविड टीकाकरण लगवा सकते हैं। अगर किसी भी नागरिक को सर्दी, खांसी, बुखार, साँस लेने में कठिनाई या स्वाद व सूंघने की क्षमता का अभाव हो या कमी हो, तो उसे तत्काल कोरोना की निःशुल्क जाँच करानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के पिछले कुछ दिनों में कोरोना का नया लक्षण सामने आया है। इसमें प्रभावित व्यक्ति को एकाएक बेहद कमजोरी लगती है लेकिन उन्हें सर्दी या बुखार आदि नहीं आता है, ऐसे में व्यक्ति कोरोना की जांच नहीं कराता और स्थिति एकदम गंभीर होने पर जांच या ईलाज के लिए आता है। इन स्थितियों से बचने के लिए इन लक्षण में भी कोरोना की जांच कराने की सलाह दी गई है। यह भी बेहद जरूरी है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाए, 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखे और कोविड अनुरूप व्यवहार को अपनाए।