गैंगरेप पीड़िता दलित युवती की सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
युवती का शव शाम तक गांव ले जाने की संभावना

नई दिल्ली: बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंंग अस्पताल में कल भर्ती कराये गए हाथरस गैंगरेप पीड़िता की आज सुबह मौत हो गई. पीड़िता हाथरस के थाना चंदपा क्षेत्र की दलित युवती थी.
14 सितंबर को वारदात के बाद से युवती का इलाज अलीगढ़ के जेएन मेडिकल में हो रहा था. पीड़िता की हालत में यहां कोई सुधार नही दिख रहा था. कल ही उसे सफदरजंंग रैफर किया गया था.
युवती पर गैंगरेप के साथ ही कातिलाना हमला हुआ था. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. पारवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार युवती का शव शाम तक गांव ले जाने की संभावना है.
हाथरस एसएसपी प्रकाश कुमार ने कहा, ‘पीड़िता की मौत हो गई है. पहले 307 की धारा थी, बाद में 376 जोड़ा गया और अब 307 को 302 में बदलने की कार्रवाई हो रही है. पीड़िता का पोस्टमार्टम दिल्ली में कराया जा रहा है. हमारी टीम वहां है जो पीड़िता के पार्थिव शरीर को लाने की कारवाई करेगी.’
पीड़िता की जीभ कटी हुई थी
हाथरस पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक, घटना वाले दिन लड़की अपनी मां के साथ खेत मे गई थी और उसके तुरंत बाद वह गायब हो गई. अधिकारी ने बताया कि बाद में वह बुरी तरह से घायल अवस्था में मिली थी, उसकी जीभ कटी हुई थी, आरोपियों ने उसका गला घोंटने का प्रयास किया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने बयान में पीड़िता ने कहा कि संदीप के अलावा रामू, लवकुश एवं रवि ने उसके साथ रेप किया और जब उसने उनके इस कृत्य को रोकने की कोशिश की तो उन लोगों ने उसका गला घोंटने का प्रयास किया जिससे उसकी जीभ कट गई.
हाथरस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार ने बताया कि शुरुआत में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया था लेकिन बाद में और जानकारी मिलने के बाद उनके खिलाफ धारा 376 डी (सामूहिक बलात्कार) भी लगाया गई.