अच्छी खबर: मार्च या अप्रैल तक कम हो सकते है पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम
जब तेल का उत्पादन बढ़ेगा तो प्रति बैरल कॉस्ट में आएगी कमी

नई दिल्ली:मार्च के पहले दिन फिर से एलपीजी गैस सिलिंडर की कीमत में उछाल आया है. आज कीमत में 25 रुपए का इजाफा हुआ है. वहीँ ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई वृद्धि नहीं की है. रविवार को भी दामों में शांति थी. आखिरी बढ़ोतरी शनिवार को हुई थी. हालांकि, बता दें कि पिछले महीने यानी फरवरी में कुल 14 दिन पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े थे, जबकि घटोतरी किसी भी दिन नहीं हुई थी.
वहीँ केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम मार्च या अप्रैल तक कम हो सकते हैं. उन्होंने कहा, तेल उत्पादक देशों से तेल का उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा है ताकि भारत की आम जनता को तेल की बढ़ती कीमतों से राहत मिल सके.
बता दें कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने दो दिन पहले कहा था कि तेल उत्पादक देशों द्वारा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण देश में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स महंगे हो रहे हैं. अपने देश के हित में अधिक लाभ कमाने के लिए, कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाले देश कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी कर रहे हैं.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी कहा था कि सर्दियों की वजह से डीजल-पेट्रोल की कीमतें अधिक हो गई हैं, सर्दियों में ऐसा होता है. अब सर्दियां खत्म हो गई हैं तो अब कीमतें सस्ती हो जाएंगी.
तेल का उत्पादन बढ़ने पर घटेंगे दाम
कोरोना के चलते खपत कम होने से तेल उत्पादक देशों ने उत्पादन घटाया था लेकिन अब हालात सामान्य हुए तब पर भी उत्पादन में बढ़ोतरी नहीं हुई. लिहाजा एलपीजी की खपत बढ़ी और उत्पादन की कमी के चलते कीमतों में बढ़ोतरी हुई. हालांकि अब मार्च के अंत और अप्रैल के शुरूआती सप्ताह में एलपीजी के दाम पर नियंत्रण संभव है.
इन देशों पर बना रहे हैं दबाव
उन्होंने कहा कि भारत सबसे तेल खरीदार है और वह तेल उत्पादक देशों जैसे रूस, कतर और कुवैत के साथ अन्य देशों को तेल का उत्पादन बढ़ाने का दबाव बनाया है. जब तेल का उत्पादन बढ़ेगा तो प्रति बैरल कॉस्ट में कमी आएगी और बाद में रिटेल तेल की कीमत भी गिर जाएगी.