
बिलासपुर: बिलासपुर कानन पेंडारी जू के सामने वन विभाग का संजीवनी केंद्र का आज मुख्य वनसंरक्षक नावेद शुजाउद्दीन ने शुभारंभ किया। इस अस्थाई केंद्र में पर्यटकों के साथ राहगीरों को वनौषधि के अलावा शहद, आंवला, जामुन व बेल का जूस मिलेगा। बिक्री के लिए विभाग ने पैगोड़ा (बांस की कुटिया) बनाया है।
अभी तक जिले में एक मात्र संजीवनी केंद्र वन मंडल कार्यालय परिसर में था। इसके कारण लोगों को लाभ नहीं मिल पाता। हालांकि तीन नए केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए शासन से 20 लाख रुपये बजट स्वीकृत भी हो गया है। इसी के तहत कानन पेंडारी में 10 लाख की लागत से एक स्थाई संजीवनी केंद्र स्थापित होनी है।
चिड़ियाघर होने के कारण बिना प्रधान मुख्य वनसंरक्षक वाइल्ड लाइफ की अनुमति के बाद यह अस्तित्व में आएगा। केंद्र बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है, लेकिन अनुमति नहीं मिली है। अनुमति मिलने तक विभाग चाह रहा है कि अस्थाई केंद्र खोलकर लोगों को सुविधा दे दी जाए।