
नई दिल्ली: गुवाहाटी टी-20 में जीतने के बाद ऑस्ट्रेलियन टीम बस से वापस होटल लौट रही थी तभी कुछ इंडियन फैन्स ने उनकी बस पर पत्थर से हमला किया था.
जिसके बाद हर जगह इसकी चर्चा हो रही है. ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने भी इस मुद्दे को खूब उछाला. भारत में भी इसकी कड़ी आलोचना हो रही है.
Hats off to these IND cricket fans in the wake of the stone incident with the AUS team bus earlier in the week. Terrific gesture. All class. pic.twitter.com/VaDno0miat
— Glenn Mitchell (@MitchellGlenn) October 12, 2017
अब इस घटना के बाद कुछ क्रिकेट फैंस ने ऑस्ट्रेलियाई टीम होटल के पास जाकर उनसे माफी मांगी है.
गुवाहाटी के कुछ क्रिकेट फैंस माफी लिखी हुई तख्ती के साथ टीम होटल के बाहर खड़े हुए और ऑस्ट्रेलियाई टीम से इस घटना के लिए माफी भी मांगी.
After incident of stone throwing at Aus Cricket team bus in Guwahati, today people said sorry like this, shouted 'we are sorry' slogan too: pic.twitter.com/dSApcjvlEc
— Raju Das | ৰাজু দাস (@rajudasonline) October 11, 2017
बता दें, गुवाहाटी टी-20 मैच में भारत को 8 विकेट से हराने के बाद जब ऑस्ट्रेलियन प्लेयर्स बस में बैठे थे तो फैन्स ने पत्थर मारे थे उससे टीम की बस के शीशे टूट गए थे. जिसका ट्वीट खुद टीम के ओपनर बल्लेबाज एरॉन फिंच ने किया था.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुताबिक, ‘बुसारापा स्टेडियम से होटल लौटते वक्त रास्ते में किसी ने क्रिकेट बॉल के साइज़ का पत्थर बस के ऊपर फेंका. जिससे खिड़की का कांच बुरी तरह से टूट गया था.
हालांकि उस सीट पर कोई भी खिलाड़ी या स्टाफ बैठा नहीं था. जिससे किसी भी तरह का नुकसान होने से बच सका.’इस घटना के तुरंत बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एरॉन फिंच ने ट्वीट किया, ट्वीट के साथ फिंच ने लिखा, ”होटल जाते समय रास्ते में टीम बस की खिड़की पर पत्थर फेंका गया. ये बहुत डरावना था.”
ऑस्ट्रेलियाई स्टार स्पिनर एडम ज़म्पा ने इस पूरी घटना को विस्तार से बताते हुए कहा कि ‘मैं अपने कानों में हेडफोन लगाकर तेज़ आवाज़ में गाने सुनते हुए दूसरी तरफ बस को देख रहा था, तभी एक ज़ोर से आवाज़ आई.
पांच सेकिंड के लिए हम सब घबरा गए, ये बेहद डरावना था. हमारे सिक्योरिटी गॉर्ड ने तुरंत हमें बताया कि ये एक पत्थर है. आप कभी भी नहीं चाहते कि इस तरह की घटनाएं हों, ये बेहद निराशाजनक है.
भारत में क्रिकेट को लेकर एक अलग ही जुनून है, इसलिए यहां पर ट्रेवल कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है. हालांकि एक पत्थर की घटना यहां के ज्यादातर फैंस का मूड नहीं दर्शाती है.




