कानपूर कांड: मुखबिरी के आरोप में हिरासत में पूर्व चौबेपुर एसओ विनय तिवारी
तत्कालीन चौकी इंचार्ज केके शर्मा से भी पूछताछ की जा रही

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में पूर्व चौबेपुर एसओ विनय तिवारी को मुखबिरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. विनय तिवारी से आज एसटीएफ की टीम पूछताछ के बाद उसे दोबारा हिरासत में ले लिया गया है. इसके साथ ही मुखबिरी के आरोप में तत्कालीन चौकी इंचार्ज केके शर्मा से भी पूछताछ की जा रही है.
पुलिस की टीम विकास दुबे के सभी मददगारों के कॉल डिटेल खंगाल रही है. इस मामले में पूरे चौबेपुर थाने को लाइन हाजिर किया जा चुका है. गौरतलब है कि शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा का कथित लेटर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने चौबेपुर के तत्कालीन एसओ विनय तिवारी और बदमाश विकास दुबे के बीच मिलीभगत की शिकायत तत्कालीन एसएसपी अनंत देव से की थी.
शहीद सीओ के वायरल लेटर के सामने आने के बाद मुखबिरी के शक की सबसे पहले सुई एसओ विनय तिवारी पर गई थी. उधर कुख्यात गैंगेस्टर विकास दुबे पर पांच लाख का इनाम घोषित कर दिया गया है.
चौबेपुर में हुई आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में विकास और उसके साथियों की धर पकड़ जारी है। बुधवार को हमीरपुर में विकास के करीबी अमर को मुठभेड़ में मारने के बाद विकास के एक और साथी श्यामू बाजपेयी को कानपुर में पुलिस ने धर दबोचा है.
दोनों के सिर पर पचास हजार रुपये का इनाम था। अमर दुबे की तलाश पुलिस को लंबे समय से थी. विकास दुबे के साथ वह कई अपराधों में शामिल रहा है. कानपुर मुठभेड़ के बाद अमर दुबे भी फरार था. कानपुर हमले के बाद अमर ने विकास को वहां से भगाने में भी मदद की थी.