करुणा का पहला बड़ा मेला : भरनी में उमड़ी भीड़
ब्यूरो चीफ : विपुल मिश्रा संवाददाता : मनिषा त्रिपाठी

बिलासपुर- लॉकडाउन के बाद शहर के साथ ही क्षेत्रों में किसी बड़े मेले का आयोजन नहीं किया गया। कई पूर्व और त्योहार कोरोना की भेंट चढ़ गए। हनुमान जयंती, जगन्नाथ रथ यात्रा, जन्माष्टमी, गणेश पूजा, नवरात्रि, शरद पूर्णिमा, दिवाली के साथ छठ पूजा पर भी कोरोना का असर दिखा। 5 दिसंबर को रावत नाच महोत्सव के बाद 18 दिसंबर गुरु घासीदास जयंती से भरनी में तीन दिवसीय मेला शुरू हुआ। रविवार को मेले के समापन अवसर पर सतनामी समाज के साथ अन्य समाज के लोगों की मेला में खूब भीड़ रही। मेले में हजारों लोग शाम तक जुटे गए।
आपको बता दें कि महोत्सव एवं मेला समिति के अध्यक्ष, अखिल भारतीय सतनामी समाज के प्रमुख राजमहंत पंडित उमादत्त गिलहरी ने बताया कि ग्राम परसदा, पेंडारी के त्रिकोण स्थल धाम राम भरनी में बाबा गुरु घासीदास जयंती से तीन दिवसीय मेले का आयोजन 48 साल से किया जा रहा है।