हींग के इन 10 असरदार उपाय से स्वास्थ्य को रखें चुस्त-दुरुस्त

हींग सौंफ़ की प्रजाति का एक ईरान मूल का पौधा है। ये पौधे भूमध्यसागर क्षेत्र से लेकर मध्य एशिया तक में पैदा होते हैं। भारत में यह कश्मीर और पंजाब के कुछ हिस्सों में पैदा होता है।
हींग एक बारहमासी शाक है। इस पौधे के विभिन्न वर्गों (इनमें से तीन भारत में पैदा होते हैं) के भूमिगत प्रकन्दों व ऊपरी जडों से रिसनेवाले शुष्क वानस्पतिक दूध को हींग के रूप में प्रयोग किया जाता है।
कच्ची हींग का स्वाद लहसुन जैसा होता है, लेकिन जब इसे व्यंजन में पकाया जाता है तो यह उसके स्वाद को बढा़ देती है। इसे संस्कृत में ‘हिंगु’ कहा जाता है।
हींग दो प्रकार की होती हैं- एक हींग काबूली सुफाइद (दुधिया सफेद हींग) और दूसरी हींग लाल।
हींग का तीखा व कटु स्वाद है और उसमें सल्फर की मौजूदगी के कारण एक अरुचिकर तीक्ष्ण गन्ध निकलता है। यह तीन रूपों में उपलब्ध हैं- ‘टियर्स’,’मास’और’पेस्ट’।
आज हम आपको हींग के 10 असरदार उपाय बताने जा रहे हैं….जो हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करती है।
हींग बड़ी तीखी और दूर तक सहज ही फैल जाने वाली गंध की स्वामिनी है, जिसकी खुशबू सबका मन मोह लेती है। आइए जानें हींग से कैसे रखें अपने स्वास्थ्य को चुस्त-दुरुस्त…
1. हिचकी, डकार या उल्टी होने पर केले के गूदे में मटर के दाने बराबर हींग रखकर खाने से वमन, डकार, हिचकी बंद हो जाएगी।
2. जिनकी स्मरण शक्ति कमजोर हो उन्हें दस ग्राम हींग भूनी, बीस ग्राम काला नमक और अस्सी ग्राम बाय-बडंग पीसकर तीनों को मिलाकर रोज थोड़ा-थोड़ा गर्म पानी के साथ फाँकना चाहिए। याददाश्त दुरुस्त होगी।
3. रोज के खाने में जैसे सब्जी-दाल आदि में हींग का छौंक लगाने से यह पेट की रक्षा करती है।
4. छाती में बलगम या कफ जम जाने पर पानी में हींग डालकर लोशन बनाएं और दो-तीन दिन छाती पर मलें कफ खांसी के साथ बाहर आ जाएगा।
5. हाजमा खराब होने पर पेट में तकलीफ होती है, हिंगाष्टक चूर्ण का सेवन करने से हाजमा ठीक हो जाएगा।
6. दांत दर्द में अफीम और हींग का फाहा रखें तो आराम मिलता है।
7. दाद या चर्म रोग होने पर हींग को पानी में घोलकर लेप बनाकर उस पर लगाने से आराम मिलता है।
8. कम सुनाई देने पर हींग को बकरी के दूध में घिसकर दो बूंद कान में डालें, फिर रुई लगाकर सो जाएं। सुबह कान साफ करें कुछ ही दिनों में अच्छे से सुनाई देने लगेगा।
9. पैर फटने पर नीम के तेल में हींग डालकर लगाने से आराम मिलता है।
10. सर्दियों में गर्म पानी के साथ और गर्मी में ताजी छाछ के साथ आधा ग्राम हींग सेवन करने से वायु-गोले का प्रभाव जाता रहेगा।