
रायपुर: विधानसभा चुनाव के दौरान मरवाही से भाजपा से लड़ने की इच्छा जताने के बावजूद पार्टी टिकट नहीं मिलने के कारण पिछले कुछ सालों ने भाजपा के उपेक्षा से नाराज चल रहे मरवाही के पूर्व विधायक भारतीय जनता पार्टी के नेता पहलवान सिंह मरावी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
आपको बता दें कि मरवाही विधानसभा सीट में उपचुनाव होंगे। इस सीट से दिवंगत अजीत जोगी विधायक थे.उनके निधन के बाद अब इस सीट पर उपचुनाव कराएं जाएंगे. इसे लेकर अभी से राजनीतिक बयानबाजी के साथ-साथ नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला चल रहा है.
दलबदलू नेताओं के लिए भी जाना जाता है मरवाही
बिलासपुर जिले में आने वाला मरवाही विधानसभा क्षेत्र मध्यप्रदेश की सीमा से लगा हुआ है. आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित है. इस विधानसभा क्षेत्र की एक और खासियत है कि ये दलबदलू नेताओं के लिए भी जाना जाता है.
दरअसल मरवाही के हर विधायक ने एक न एक बार अपनी पार्टी जरूर बदली है या पार्टी छोड़कर चुनाव लड़ा है.
मरवाही की खासियत
ये इलाका घने जंगलों से घिरा हुआ है. करीब डेढ़ लाख हेक्टयेर में जंगल फैला हुआ है. भालुओं के लिए भी ये इलाका काफी मशहूर है. इस इलाके में दुर्लभ सफेद भालू भी मिलते हैं, लेकिन अब यही भालू यहां की सबसे बड़ी समस्या बन चुके हैं.
भालू यहां की सबसे बड़ी समस्या
जंगल में रहने वाले ग्रामीणों पर लगातार भालू के हमले की खबर आती रहती हैं. जोगी मुख्यमंत्री रहते हुए इस समस्या से निपटने के लिए ऑपरेशन जामवंत चलाने की घोषणा की थी, लेकिन जोगी के जाते ही ये योजना भी गुम हो गई. यही वजह है कि हर चुनाव में यहां दूसरे मुद्दों के साथ भालू भी एक बड़ा मुद्दा होता है.