इस साल पहले से ज्यादा धान के आवक की संभावना, बारदाने की व्यवस्था बड़ी चुनौती-मंत्री अमरजीत
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धान की कालाबाजारी पर बड़ा बयान दिया है।

रायपुर। धान खरीदी को लेकर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत आज मंत्रालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर कई विषयों पर चर्चा कर रहे हैं। मंत्री अमरजीत ने कहा कि इस साल पहले से ज्यादा धान के आवक की संभावना है। हमारी तैयारी भी उसी स्तर की है। वहीं बारदाने पर कहा कि इस बार बारदाने की व्यवस्था एक बड़ी चुनौती है। मंत्री ने केंद्र पर अपेक्षित मदद नहीं करने का आरोप लगाया है। कहा कि हमने प्रदेश में व्यवस्था बनाई है। हम पुराने बारदानों का उपयोग करेंगे। वहीं राइस मिलर्स के पास में जो बारदाने है, उसको हम एकजुट करवा रहे हैं। एसडीबी (प्लास्टिक के बैग) उपयोग के लिए टेंडर किया है।
धान की कालाबाजारी पर दिया बयान
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धान की कालाबाजारी पर बड़ा बयान दिया है। कहा कि हमने प्रशासनिक स्तर पर कह रखा है कि दूसरे प्रदेश के लोग भी धान खपाने की कोशिश करेंगे। उसमें सख्ती से कार्रवाई की जाए। सीएम ने जो धान खरीदी की नीति बनाई है। उसका लाभ अपने प्रदेश के किसानों को मिले, ना कि अन्य प्रदेश को। अन्य प्रदेश के लोग यहां धान खपाने की कोशिश कर रहे हैं। जिससे यहां की व्यवस्था बिगड़ेगी, इसलिए खासकर सीमावर्ती जिलों के कलेक्टरों को हमने कहा है कि बिचौलियों पर तुरंत कार्रवाई करें।
जेसीसीजे के प्रदर्शन और विपक्ष के आरोपों पर मंत्री ने कही ये बात
जेसीसीजे के प्रदर्शन और विपक्ष के आरोप पर भी मंत्री ने बयान दिया है। कहा कि इतनी अच्छी व्यवस्था है, मैं सोचता हूं कि कहीं और नहीं है। आगे कहा कि धान बेचने के बाद 1 सप्ताह में राशि का भुगतान हो रहा है। अंतर की राशि तीन किश्त हम दे चुके हैं। अंतिम किस्त देना बाकी है वह भी हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने किसनों के लिए जो व्यवस्था की वो दूसरे प्रदेश में नहीं : मंत्री भगत
विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस दिन किसानों के लिए लड़ना था उस दिन तो कहीं नहीं दिखे। जब सेंट्रल ने मना कर दिया था और जब उनके लिए संघर्ष करने के बाद हो रही थी तो जितने भी नेता हैं, चाहे भाजपा के लोग या दूसरे दल के नेता हो। उन्होंने ना तो एक चिट्ठी लिखी, ना ही एक बयान दिया, ना उनके लिए आवाज उठाई। आज जब व्यवस्था दुरुस्त हो गई है, तो सब लोग कूद पड़े हैं। किसानों की स्थिति अभी अच्छी है, यह केवल खानापूर्ति है। जितनी अच्छी व्यवस्था और योजना मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में की है वह किसी दूसरे प्रदेश में देखने को नहीं मिलती है।