अगले 24 घंटों में कई राज्यों में बेमौसम बारिश की संभावना
जानिये कहां बिगड़ सकता है मौसम

Weather Alert 20 March: मार्च के महीने में भी कई स्थानों पर मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। गर्मी की बजाय बारिश नज़र आ रही है। ताजा अनुमान है कि अगले 24 घंटों में देश के कई राज्यों में तेज बारिश से लेकर ओलावृष्टि की संभावना है। स्काइमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने का अनुमान है। सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश के भी कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक एक बेहद सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तर भारत के पहाड़ों की तरफ बढ़ रहा है।

यह सिस्टम 20 मार्च के आसपास पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों तक पहुंच जाएगा। यह 21 से 24 मार्च के बीच पहाड़ी राज्यों पर व्यापक बारिश और हिमपात देगा। 22 मार्च तक बारिश और हिमपात की गतिविधियां हिमाचल प्रदेश तक ही सीमित रहेंगी। जबकि 23 और 24 मार्च को उत्तराखंड के कई हिस्सों में अच्छी बारिश और हिमपात की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। पूरे भारत में मौसम करवट ले रहा है। कई राज्यों में बरसात और ओलावृष्टि का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ी राज्यों के ऊपर बने पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल रहा है। आईएमडी ने आगामी 24 घंटे में राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और उत्तरी पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों के कई इलाकों में हल्की बारिश की आशंका जताई है। उत्तर भारत के कई राज्यों में आने वाले दो दिन गरज के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। वहीं स्काईमेट वेदर के मुताबिक इस समय जम्मू-कश्मीर के ऊपर पश्चिम विक्षोभ बना है। राजधानी दिल्ली में बादल छाए रहेंगे। आईएमडी के अनुसार अगले तीन दिनों में असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल में बरसात हो सकती है।
वहीं अगले पांच दिनों तक तापमान में वृद्धि की संभावना है। गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में लू जैसे हालात हो सकते हैं। अन्य राज्यों में सक्रिय वेदर सिस्टम के कारण मध्यप्रदेश के कई शहरों में मौसम का मिजाज बिगड़ गया है। भोपाल में शाम 5 बजे के बाद गरज-चमक के साथ बारिश दर्ज की गई है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने कल (शुक्रवार) भोपाल, जबलपुर, सागर, श्योपुरकलां और डिंडोरी में बरसात होने की आशंका जताई है। शुक्ला के मुताबिक वर्षा का सिलसिला 21 मार्च तक बना रहेगा। आईएमडी के अनुसार राजस्थान के उदयपुर, कोटा, अजमेर, जयपुर और बीकानेर संभाग में अगले दो दिन हल्की बारिश हो सकती है।अगले 24 घंटों के दौरान इन राज्यों में बारिश की संभावना पंजाब, उत्तरी राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी एक-दो स्थानों पर मौसम में बदलाव हो सकता है।
मध्य प्रदेश में भी 23 और 24 मार्च को छिटपुट बारिश होने या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना। 23 मार्च और 24 मार्च को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भी एक-दो स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बौछारें संभावित हैं। इस दौरान उत्तरी मैदानी इलाकों के साथ-साथ मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की गतिविधियां भी संभव हैं।झारखंड में वज्रपात की आशंका, यलो अलर्ट जारी झारखंड के कई जिलों में शाम से हल्के बादल देखे जा सकते हैं। 20 मार्च को कई जिलों में बादल गर्जने के साथ वज्रपात की आशंका है। इसे लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार 20 मार्च को झारखंड के कई जिलों में बादल के गर्जन के साथ वज्रपात हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो रांची, खूंटी, गुमला, लोहरदगा, पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा, कोडरमा, बोकारो, हजारीबाग और रामगढ़ में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की आशंका है। इसे लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार और शनिवार को मौसम साफ रहेगा। 21 से 24 मार्च तक प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 22 मार्च को मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू व चंबा के कुछ क्षेत्रों में अंधड़ और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी हुआ है। गुरुवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा।
19 मार्च से महाराष्ट्र में तेज बारिश, ओलावृष्टि की संभावना, विदर्भ और मराठवाड़ा ऑरेंज अलर्ट पर
महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में चल रहे सप्ताह के अंत में बहुत अधिक ठंड पड़ रही है, क्योंकि राज्य भर में अगले 3-4 दिनों के लिए एक ताज़ा बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं। संभावित ओलावृष्टि से आम, नारंगी, अंगूर, प्याज और अन्य रबी फसलों को नुकसान पहुंचाने की धमकी देकर किसानों के बीच भारी नुकसान हो सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दो चक्रवाती परिचलन- एक पूर्वी राजस्थान और पड़ोस में स्थित है, और दूसरा मराठवाड़ा और पड़ोस में – मध्य और आसपास के पश्चिम भारत में मौसम पर एक संयुक्त प्रभाव पड़ेगा, विशेष रूप से महाराष्ट्र राज्य में होगा।
उनके प्रभाव में, गरज के साथ छिटपुट बारिश, 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली बिजली और तेज़ हवाओं के साथ अलग-थलग महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में अगले दो दिनों तक रहने की संभावना है। इसके अलावा, शुक्रवार को विदर्भ में, और शुक्रवार और शनिवार को मराठवाड़ा में अलग-थलग पड़े ओलों की आशंका है। इन भविष्यवाणियों के मद्देनजर, आईएमडी ने शुक्रवार को विदर्भ और मराठवाड़ा के उपखंडों और शनिवार को मराठवाड़ा में नारंगी अलर्ट जारी किया है। एक नारंगी-स्तरीय सलाहकार स्थानीय मौसम स्थितियों के बारे में निवासियों को ‘जागरूक’ करने का आग्रह करता है। इसके अलावा, मध्य महाराष्ट्र शुक्रवार से रविवार तक एक येलो अलर्ट के तहत रहेगा, जबकि कोंकण और गोवा के तटीय उपमंडल को रविवार, 21 मार्च से एक ही सलाहकार के तहत रखा जाएगा।
यह अलर्ट निवासियों को स्थानीय मौसम की स्थिति के बारे में ‘जागरूक’ होने का आग्रह करता है। हालांकि लगभग सभी महाराष्ट्रीयन जिलों में अगले पांच दिनों में कुछ वर्षा होने की संभावना है, राज्य भर में सिर्फ तीन जिलों: पलघर, ठाणे और मुंबई के लिए शुष्क मौसम है। भारत की वित्तीय राजधानी में वर्षा की सबसे अधिक संभावना अगले सोमवार और बुधवार, 22-24 मार्च के बीच आएगी, जब आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा, जिससे बारिश की संभावना 15% तक बढ़ जाएगी।