रायपुर में बढ़ते प्रदूषण से जनता बेहाल, लेकिन अधिकारी बेपरवाह : संजीव अग्रवाल
खासकर वायु प्रदूषण की समस्या बहुत ही बढ़ गई है। लेकिन उससे भी अधिक चिंता की बात यह है कि कुछ प्रशासनिक अधिकारी इतने गंभीर मुद्दे पर भी चुप्पी साधे हुए हैं।

रायपुर : आरटीआई कार्यकर्ता और काँग्रेस पार्टी के नेता संजीव अग्रवाल ने मीडिया के माध्यम से प्रशासन और शासन का ध्यान, जनता से जुड़े एक बेहद ही गंभीर समस्या की ओर आकर्षित करते हुए कहा है कि, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जनता प्रदूषण की समस्या से जूझ रही है। खासकर वायु प्रदूषण की समस्या बहुत ही बढ़ गई है। लेकिन उससे भी अधिक चिंता की बात यह है कि कुछ प्रशासनिक अधिकारी इतने गंभीर मुद्दे पर भी चुप्पी साधे हुए हैं।
रायपुर के आसपास की फैक्ट्रियों से बेतहाशा काली धूल और काला धुंआ निकल रहा है लेकिन इसकी चिंता न तो फैक्ट्री मालिकों को है और न ही संबंधित विभाग के अधिकारियों को है। यह काली धूल उड़कर राजधानी के लगभग प्रत्येक घर में पहुंचती है जिससे पहले से कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रही जनता को बीमारी का ख़तरा और बढ़ गया है।
संजीव अग्रवाल ने कहा है कि ये जो जनता की जान से खिलवाड़ हो रहा है उसके जिम्मेदार सीधे तौर पर कुछ अधिकारी हैं जो कि मोदी सरकार के इशारे पर काँग्रेस की भूपेश सरकार की छवि जनता की नज़रों में धूमिल करने के लिए एक षड्यंत्र के तहत काम कर रहे हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बढ़ती लोकप्रियता से मोदी सरकार बौखला गई है ।
संजीव अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अपील की है कि राजधानी में बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण हेतु उचित कार्रवाई का आदेश जारी करें और संबंधित विभाग के बेलगाम अधिकारियों को त्वरित रुप से बर्खास्त करें क्योंकि ये अधिकारी माननीय ऊच्चतम न्यायालय और एनजीटी के आदेशों का भी उल्लंघन कर रहे हैं।