बहतराई स्टेडियम में शुरू होगी “साई” एकेडमी, निरीक्षण करने राजधानी से आया अधिकारियों का दल
भारतीय खेल प्राधिकरण 'साई' एथलेटिक्स, हॉकी और तीरंदाजी के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देगा इसके लिए बहतराई स्टेडियम का चयन किया गया है।

ब्यूरो चीफ : विपुल मिश्रा
बिलासपुर : भारतीय खेल प्राधिकरण ‘साई’ एथलेटिक्स, हॉकी और तीरंदाजी के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देगा इसके लिए बहतराई स्टेडियम का चयन किया गया है। हैंडओवर से पहले राज्य सरकार ने स्टेडियम का इंफ्रास्ट्रक्चर, सुविधाएं और संसाधन पूरा करने कहा है। इस सिलसिले में राज्य खेल प्राधिकरण के सहायक निदेशक हेमंत मतयस्य पाल के साथ अधिकारियों का एक दल गुरुवार को यहां पहुंचा।
खेल युवा कल्याण विभाग
दल में शामिल अधिकारियों ने सबसे पहले एथलेटिक्स ट्रैक का अवलोकन किया। यहां मौजूद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और इंजीनियर से निर्माण की तकनीकी जानकारी ली। उनके साथ खेल युवा कल्याण विभाग की सहायक संचालक प्रतिमा सागर भी पहुंची थी। निर्माण के रखरखाव में लापरवाही पर सहायक निदेशक ने नाराजगी जाहिर की तभी लोक निर्माण विभाग के ईई एम.डी. लहरे ने बताया कि सरकार की ओर से स्टेडियम के रखरखाव के लिए राशि नहीं दी जाती।
इसके बाद सहायक निदेशक ने कमियां दूर करने में लगने वाले वक्त के बारे में पूछा, एजेंसी ने आश्वस्त किया है कि शासन से मांग की गई राशि मिलते ही काम शुरू कर देगें। साईं के मापदंडों के अनुसार ट्रैक का निर्माण और दूसरे निर्देश दिए हैं। हॉकी खेल का मैदान स्ट्रोटर्फ रख-रखाव के अभाव में बदरंग हो रहा है। इस पर नियमित पानी का छिड़काव नहीं करने की वजह बताते हुए खेल अधिकारियों को पीडब्ल्यूडी ने चौकाया की स्टेडियम में बिजली मीटर लगा ही नही है। जिससे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इसी तरह तीरंदाजी के लिए जिस जगह का चयन किया गया है वहां जंगल विकसित हो चुका है। बावजूद अधिकारी साई को देले तीन महीने में स्टेडियम दुरुस्त कर लेने का दावा कर रहे हैं। काफी अर्से बाद राज्य के खेल अधिकारियों के बहतराई स्टेडियम में पांव पड़े हैं उम्मीद की जाती है कि यहां खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने स्टेडियम पूरी तरह तैयार करने में अब ज्यादा देरी नहीं कि जाएगी।