35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ाया रेलवे का सीनियर सेक्शन इंजीनियर
कोटा रेल मंडल में लगे वाहनों के बिल पास करने की एवज में मांगी थी रिश्वत

कोटा:परिवादी के कोटा रेल मंडल में लगे वाहनों के बिल पास करने की एवज में 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर घनश्याम शर्मा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने पकड़ा है.

एसीबी के एएसपी ठाकुर चंद्रशील के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. ब्यूरो के अनुसार, परिवादी के कोटा रेल मंडल में किराए पर कई पिकअप वाहन लगे हुए हैं. आरोप है कि उन वाहनों के बिल पास करने की एवज में सीनियर सेक्शन इंजीनियर घनश्याम शर्मा ने उससे प्रत्येक बिल पर 7% कमीशन देने के लिए कहा था.
परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी में की थी. सत्यापन में शिकायत सही पाई गई. इस पर ब्यूरो ने आरोपी अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए मंगलवार को जाल बिछाया. एसीबी की टीम ने परिवादी को रुपये देकर आरोपी को देने के लिए भेजा.
आरोपी अधिकारी परिवादी से रुपये लेने के लिये अपने घर के बाहर आया था. इसी दौरान वहां अपनी टीम के साथ डेरा डालकर बैठे ब्यूरो के डीएसपी हर्षराज सिंह खरेड़ा ने आरोपी को रुपये लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया.
हाल ही में प्रमोट हुए हैं हर्षराज सिंह खरेड़ा कोटा एसीबी के बेड़े में
हाल ही में तैनात हुए डीएसपी हर्षराज सिंह खरेड़ा पहले कोटा शहर के भीमगंज मंडी थाने के एसएचओ थे. प्रमोशन के बाद डीएसपी बनकर कोटा एसीबी में तैनात हुए हर्षराज सिंह खरेड़ा ने पहली कार्रवाई उसी भीमगंज मंडी थाना इलाके में की जहां से उनको दो दिन पूर्व ही थाने के पुलिसकर्मियों और क्षेत्र के लोगों ने गाजे-बाजे और घोड़े पर बैठाकर पूरे सम्मान के साथ विदाई दी थी.
भीमगंज मंडी के थानाधिकारी रहते हुए हर्षराज सिंह ने क्षेत्र के लोगों के दिलों पर खूब राज किया था. कोरोना काल में खरेड़ा और उनकी टीम ने हमदर्द बनकर लोगों को खूब राहत पहुंचाई थी. इससे आमजन में उनकी छवि सिंघम की बन गई थी. अपनी नई जिम्मेदारी की शुरुआत भी धमाकेदार करके खरेड़ा ने अपनी पहचान को साबित कर दिया है.