
नगरी: छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य मवेशियों को नियंत्रण में रखने पुरानी परंपरा ‘रोका-छेका’ को पूरे प्रदेश में लागू कर दिया है।
इस परपंरा में अहम भूमिका कोटवार, पटेल, सरपंच और यादवों की रहती है।
इस दौरान ये लोग आपस में बैठकर खेतों में मवेशियों के रोकने की चर्चा करते हैं।
गांव के किसान गांव के प्रत्येक घर के हल के हिसाब से मवेशी का आकलन करते थे और खेतों में मवेशियों के जाने पर जुर्माना लगाते हैं।
इस योजना के तहत नगरी के ग्राम सांकरा में दुष्यन्त साहू के नेतृत्व में, सहियोग तुलाराम साहू, बल्लू ठाकुर, देवराम साहू, गज्जू सिन्हा ,पवन साहू, माखन साहू, परमेश्वर निर्मलकर, चुन्नू निर्मलकर, मनोहर पटेल, दीपक साहू, तुकाराम साहू, धर्मेंद्र साहू , पारस पटेल ने सांकरा में सड़कों में आवारा घूम रहे मवेशियों को पकड़कर गौठान भेजा।