105 साल की इस दादी को मिला पद्मश्री, ऑर्गेनिक खेती करने के लिए हैं प्रसिद्ध
पप्पम्माल तमिलनाडु के कोयंबटूर के थेक्कमपट्टी गांव की रहने वाली हैं.

गणतंत्र दिवस के मौक़े पर केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कारों का एलान किया. इस बार 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 10 को पद्म भूषण और 102 को पद्मश्री पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. इनमें तमिलनाडु की 105 साल की एम. पप्पम्माल का भी नाम है. उन्हें कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा.
105 साल की एम. पप्पम्माल तमिलनाडु के कोयंबटूर के थेक्कमपट्टी गांव की रहने वाली हैं. वो पिछले कई सालों ऑर्गेनिक खेती करती आ रही हैं. उनकी गांव में एक दुकान भी है. वो कई दशकों से जैविक खेती करती आ रही हैं. उनके खेत भवानी नदी के किनारे हैं.
Source: newindianexpress
यही नहीं वो दूसरों लोगों को भी जैविक खेती करने के लिए भी कहती हैं. एम. पप्पम्माल के पास 2.5 एकड़ ज़मीन है. वो इसमें दाल, सब्ज़ियां, बाजरे आदि की खेती करती हैं. बुज़ुर्ग होने के बावजूद वो खेतों में बड़े आराम से काम कर लेती हैं.
கழக முன்னோடி, 103 வயதிலும் விவசாயம் செய்யும் பூமித்தாய் பாப்பம்மாள் அவர்களுக்கு பத்மஶ்ரீ விருது!
இது கழகத்துக்கும் பெருமை!
அடிக்கடி என்னை வந்து சந்திப்பவர்; கழக போராட்டங்களிலும் முன் நிற்பவர்.
அவருக்கும் #PadmaAwards பெற்ற தமிழகச் செல்வங்களுக்கும் என் மனமார்ந்த வாழ்த்துகள்! pic.twitter.com/FD1ikN1gp0
— M.K.Stalin (@mkstalin) January 26, 2021
एम. पप्पम्माल को इस पद्मश्री अवॉर्ड देने की घोषणा की गई है. इसका एलान होते उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया. यही नहीं पूर्व क्रिकेटर वी.वी.एस लक्ष्मण ने भी उनकी तारीफ़ करते उन्हें नमन किया है.
खेती करने के साथ ही वो कृषि से जुड़े दूसरे कार्यक्रमों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए जानी जाती हैं. यही नहीं एम. पप्पम्माल तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय की सलाहकार समिति का भी हिस्सा हैं. वो पॉलिटिक्स में भी हाथ आज़मा चुकी हैं.