अवैध रोहिंग्या को बाहर निकालने से कौन रोक रहा? ओवैसी का शाह पर पलटवार
इससे पहले शाह ने ओवैसी को करारा जवाब देते हुए रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर कहा कि जब वे कार्रवाई करते हैं तो ये विपक्षी पार्टियां हायतौबा करने लगते हैं.

देश में रोहिंग्या मुलमानों की आबादी को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भिड़ गए हैं. ओवैसी ने शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, “यह बीजेपी ही थी जिसने दावा किया था कि देश में 30,000 अवैध रोहिंग्या शरणार्थी हैं, जिनके नाम मतदान सूची में दर्ज हैं. मैं कहता हूं कि ऐसे 1,000 लोगों के नाम उजागर कीजिए और पूछिए कि क्या अमित शाह दिल्ली में सो रहे थे? वह उन्हें बाहर क्यों नहीं निकालते हैं? उन्हें कौन रोक रहा है?”
इससे पहले शाह ने ओवैसी को करारा जवाब देते हुए रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर कहा कि जब वे कार्रवाई करते हैं तो ये विपक्षी पार्टियां हायतौबा करने लगते हैं. शाह ने कहा, “ओवैसी एक बार लिखकर दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाल दें, फिर मैं कुछ करता हूं.”
It was BJP that claimed there're 30,000 illegal Rohingya refugees who're enrolled in voters' list here. I said that they should identify 1,000 such names and asked if Amit Shah was sleeping in Delhi? Why doesn't he remove them? Who's stopping him?: Asaduddin Owaisi, AIMIM Chief https://t.co/g9Vy4qpnDU pic.twitter.com/S8UInEqKN4
— ANI (@ANI) November 29, 2020
उन्होंने कहा, “मैं जब कार्रवाई करता हूं तो ये लोग (विपक्षी दल) हायतौबा करते हैं. ये लोग एक बार लिखकर दे दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाल दें फिर मैं करता हूं. सिर्फ चुनाव में बात करके कुछ नहीं होता. जब पार्लियामेंट में बहस होती है तब ये क्या करते हैं सारे देश ने देखा है.”
दरअसल, ओवैसी ने कहा था कि अगर हैदराबाद में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या रहते हैं तो अमित शाह कार्रवाई क्यों नहीं करते. ओवैसी की इसी टिप्पणी पर अमित शाह ने जवाब दिया. इस तरह दोनों नेताओं में रोहिंग्या मसले पर बयानबाजी चल रही है.