
नई दिल्ली: दिल्ली में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर बन कर तैयार हो गया है और आज से इसकी शुरुआत भी हो गई। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने 10,000 बिस्तर वाले सरदार पटेल कोविड देखभाल केंद्र (Covid Care Center) का आज उद्घाटन किया। इस कोविड केयर सेंटर को छतरपुर में राधा स्वामी सत्संग व्यास में बनाया गया है। यह कोविड केयर सेंटर 1,700 फुट लंबा और 700 फुट चौड़ा है। इसका आकार फुटबॉल के करीब 20 मैदानों जितना है। इसमें 200 ऐसे परिसर हैं जिनमें प्रत्येक में 50 बिस्तर हैं।
इस केंद्र के संचालन के लिए नोडल एजेंसी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) होगी जबकि दिल्ली सरकार प्रशासनिक मदद दे रही है। राधा स्वामी सत्संग व्यास के स्वयंसेवक केंद्र के संचालन में सहायता देंगे। इस अस्पताल के आईसीयू में 250 बिस्तर हैं। यह अस्पताल इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निकट रक्षा मंत्रालय की जमीन पर महज 11 दिन के भीतर बनाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए नव-निर्मित 1,000 बिस्तर के अस्थायी अस्पताल का आज को दौरा किया।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने ट्वीट किया, ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी के साथ 250 आईसीयू बिस्तर समेत 1,000 बिस्तर के अस्पताल का दौरा, जिसे डीआरडीओ और टाटा सन्स ने रिकॉर्ड वक्त में बनाया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस अस्पताल का संचालन सशस्त्र बलों के कर्मी करेंगे।’
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘डीआरडीओ, गृह मंत्रालय, टाटा संस इंडस्ट्रीज ने कई संगठनों के सहयोग से 1000 बेड वाला यह अस्थायी अस्पताल कोविड-19 मरीजों के लिए महज 12 दिनों में तैयार किया है। डब्ल्यूएचओ गाइडलाइंस के अनुसार यहां 250 आईसीयू यूनिट भी उपलब्ध हैं।’
इस सेंटर को विशेष तौर पर उन मरीजों को आइसोलेशन में रखने के लिए तैयार किया गया है, जो एसिम्पटोमेटिक हैं या जिनमें बीमारी के बहुत ही हल्के लक्षण मौजूद हैं। यह केंद्र मामूली या बिना लक्षण वाले कोरोना वायरस मरीजों के लिए है। यह बिना लक्षण वाले उन संक्रमित लोगों के लिए उपचार केंद्र है जिनके घर पर आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं है।
इस केंद्र में मरीजों की भर्ती जिले के निरानी अधिकारियों के जरिए होगी और इसका संचालन भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हाथों में होगा, जिसमें दिल्ली सरकार के प्रशासन की भी सहायक भूमिका में होगी। 10 हजार बेड वाले और 20 फुटबॉल मैदानों से भी विशाल इस केंद्र को सिर्फ 10 दिन में तैयार कर लेना अपने आप में बहुत ही बड़ी उपलब्धि है। फिलहाल इस केंद्र को 2 हजार बेड के साथ शुरू किया जा रहा है और जल्द ही यह अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करने लगेगा।